बेसहारो के लिए जरुरत अनाज बैंक

अनाज बैंक-1
   शायद ही उत्तर प्रदेश के लोग भी अपने  एक सामन्य गांव के इस अद्भुत अनुकरणीय प्रयास को जानते हो ! कुछ लोगो के छोटे-छोटे सहयोग को मिलाकर ये सभी किस तरह अन्य मजबूर ,बेसहारो के लिए जरुरत बने हुए हैं ! आइये जानते हैं इनके बारे में -

   उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले का नजदीकी कोरांव जिला हैं , जहाँ शंकरगढ़ नाम के गांव में एक छोटा सा "प्रगति वाहिनी " नाम का सामाजिक  संगठन ( NGO ) से सेल्फ हेल्प ग्रुप ( SHG ) द्वारा "अनाज बैंक " बनाया हुआ हैं !

   इसके मुताबिक एक 300 किलोग्राम तक का ड्रम रखा हुआ हैं , और उसमे गांव के लोग कुछ ना कुछ  अनाज दान करते हैं!अपनी छोटी सी आशा और सहानुभूति लेकर सहयोग को आगे बढ़ाते है ये लोग!

अनाज बैंक-2
 
    इस प्रयास के पीछे सुनील सिंह जी जो जी. बी . पंत इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंस  , झूंसी के प्रोफेसर हैं , सुभारम्भ हुआ हैं ! यह एक बहुत उत्तम और वाकई जरुरतमंदो के लिए सहयोगी हैं !

   आपको यह भी बता दे इसमें ज्यादातर दान देने वाले निम्न वर्ग के लोग कौल , मुशहर समुदाय से हैं , जो बेहद गरीब होने के बावजूद दुसरो की मदद को आगे आते हैं !

उस ड्रम के पास एक सुचना लगा हुआ हैं -----
"जिसे कुछ अनाज की जरूरत है, वह इसे ड्रम से बाहर ले जा सकता है।"

   और इन छोटे-छोटे प्रयास से आज तकरीबन 2० गांव से 3०० परिवारों की सहायता किया जा रहा हैं या कह सकते हैं लाभ मिल रहा हैं !

    चावल का एक किलोग्राम दान करके कोई भी बैंक का सदस्य बन सकता है। जरूरत के मामले में, सदस्य पांच किलोग्राम चावल का ऋण ले सकते हैं जिसे किसी भी तरह के ब्याज के बिना 15 दिनों की अवधि में वापस किया जाना है!
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मंगलज्योति 

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