महाभारत में श्रीकृष्ण ने बताया था किन 5 चीजों को घर में रखने से नहीं होती है फिजूलखर्ची

5 चीजों को घर में रखने से नहीं होती है फिजूलखर्ची
   श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया कि जिस प्रकार चंदन के पेड़ पर सांप लिपटे रहते हैं लेकिन चंदन को जहरीला नहीं बना पाते। उसी प्रकार चाहे जितनी भी नकारात्मक ऊर्जा घर में हो, चंदन घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है।

   फिजूलखर्ची एक ऐसी आदत है जो धनवान को भी कंगाल बना देती है। इस फिजूलखर्ची से बचने के लिए श्रीकृष्ण ने ऐसी पांच चीजों के बारे में बताया है जिसे घर में रखने से धन-दौलत में बरकत होती है। साथ ही दैनिक जीवन में आ रही फिजूलखर्ची की भी समस्या दूर होती है।

    महाभारत की एक कथा के अनुसार जब पांडव अपना वनवास खत्म करके हस्तिनापुर लौटे, तब प्रजा की मांग को देखते हुए युधिष्ठिर को राज्य का राजा बनाने का निर्णय हुआ। युधिष्ठिर के राज्याभिषेक में द्वारिकाधीश श्रीकृष्ण को भी आमंत्रित किया गया। राज्याभिषेक के दिन श्रीकृष्ण से चर्चा करते समय युधिष्ठिर ने पूछा कि एक राज्य को कुशलतापूर्वक कैसे चलाया जा सकता है? साथ ही कोई ऐसा मार्ग बताएं जिससे हर एक मनुष्य के घर में कभी दरिद्रता न आए। साथ ही फिजूलखर्ची से भी निजात मिल जाए।

श्रीकृष्ण ने कहा कि- “मैं आज आपके माध्यम से संसार के समस्त प्राणियों को ऐसी पांच प्रमुख वस्तुएं और उनके प्रयोग के बारे में बताउंगा जिससे हर मनुष्य का जीवन समृद्ध और खुशहाल बनेगा।” जीवन में कभी दरिद्रता नहीं आएगी। आगे जानते हैं भगवान श्रीकृष्ण द्वारा बताए गए उन पांच चीजों के बारे में जिसे घर में रखने से दरिद्रता और फिजूलखर्ची से छुटकारा मिल सकता है।

चंदन: घर में चंदन हमेशा रखना चाहिए। यह एक लकड़ी के जैसा होता है। श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया कि जिस प्रकार चंदन के पेड़ पर सांप लिपटे रहते हैं लेकिन चंदन को जहरीला नहीं बना पाते। उसी प्रकार चाहे जितनी भी नकारात्मक ऊर्जा घर में हो, चंदन घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है।

घी: श्रीकृष्ण ने बताया कि घी का घर में होना बहुत ही आवश्यक है। इसे घर में रखने से कभी भी खाने-पीने की वस्तुओं की कमी नहीं होती है। परंतु एक बात ध्यान रखना चाहिए कि घी देशी गाय का होना चाहिए। दूसरी बात यह है कि गाय का घी घर में ही बनाना शुभ होता है। बाजार से भी शुद्ध देशी घी खरीदा जा सकता है लेकिन शगुन के लिए थोड़ा भी घर पर बनाना चाहिए। साथ ही गाय के घी से रोज भगवान को दीपक जलाकर पूजा करने से जीवन में आने वाली आर्थिक बाधाएं खत्म हो जाती हैं।

वीणा: यह माता सरस्वती का वाद्य यंत्र है। मां सरस्वती ज्ञान और सद्बुद्धि की देवी हैं। धन को सही तरह से उपयोग करने का ज्ञान मां सरस्वती से ही मिलता है। श्रीकृष्ण ने बताया कि जिस प्रकार माता सरस्वती कमल के फूल पर विराजमान हैं और जिस प्रकार कमल का फूल कीचड़ में उगता है लेकिन कीचड़ कमल को छू भी नहीं पाता है। उसी प्रकार माता सरस्वती के वाद्य यंत्र वीणा को घर में रखने से दरिद्रता, गरीबी और अज्ञान दूर हो जाते हैं।

जल: श्रीकृष्ण ने बताया कि जल धन के आवागमन को नियंत्रित करता है। भगवान के लिए पीतल या चांदी के बर्तन में पूजा स्थान पर जरूर रखना चाहिए। साथ ही घर में कोई भी आए उसे जल अवश्य पिलाना चाहिए। ऐसा करने से धन का फिजूलखर्च नहीं होता है। साथ ही घर में धन बना भी रहता है।

पानी से भरा बाल्टी: बाथरूम में रखी हुई बाल्टी या टब हमेशा साफ पानी से भरे रहना चाहिए। कभी भी इन्हें खाली न छोड़ें। साथ ही किचन में पानी का बर्तन ईशान (पूर्व-उत्तर का कोना) कोण में रखें।
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   ऋषिकांत पांडेय 

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