बेटी शान होती है ,,

देखो देखो बेटा हुआ ,
अरे मैं बुआ बन गयी ,
देखो देखो बेटा हुआ ,
मैं मासी बन गयी।
एक नन्ही सी जान ने कितनो के नाम बदल दिया
किसी को बुआ तो किसी को फूफा बना दिया,
सबके दिल मे एक अरमान जगा दिया,
उसे खुद न पता होता है कि वो किस घर मे जन्म लिया।
बेटा है कुल का दीपक तो बेटी शान होती है ,,
बस इसी उम्मीद के साथ सबको अपना बना लिया ,
उसे खुद न पता होता है ,,,,,,,,,,,,,,
उस नन्ही सी जान कितनो की जान बन जाती है ,
हर रिश्ते को अपनी एक अलग पहचान मिल जाती है ,
बेटा माँ की जान तो बेटी पिता का अभिमान बन जाती है,
बस यूं ही जिंदगी जीने की एक उम्मीद बन जाती है।
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छत्तीसगढ़ 

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